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આજ પછી ક્યારેય નહી

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मैंने खुद को शीशे में बड़ी कुंठा से निहारा। आग लगे मेरे बालों को-ये काबू में ही नहीं आ रहे हैं और भाड़ में जाए कैथरीन कैवेना, जो अचानक बीमार पड़ गई और मुझे मुसीबत में डाल दिया। कहां तो मुझे अगले हफ्ते ...

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લેખક વિશે
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बावर्ची बाबु

हमको सब बावर्ची के नाम से जानते है. ऑफिस हो या घर हम कुछ न कुछ खिचड़ी पकाते रहते है.

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    स्नेहा अवधि
    13 નવેમ્બર 2019
    યે ક્યા હૈ??
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